गांव के लोगों को मदत
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आज़ सुबह मै अपनी टीम द्वारिका माई चैरिटी संस्था के लोगो के साथ एक गांव में गया वहां जाने के बाद येह महसूस हुआ की कीसी भी तरह की कोई परिवर्त नहीं है वो चाहे सरकार किसी की भी हो
आज भी ऐसी हालत है लोगो की जैसा की हम लोग पिक्चर में देखते है आज भी लोग ऐसे है जो एक समय खाना खा रहे है आज भी दवा ना करा पाने के वजह से अपनी जान गवा रहे है
मैं गौरीशंकर चौबे ,अशोक सिंह ,प्रदीप दुबे ,संतोष यादव जौनपुर जिले के एक गांव में गए और जो देखा वहां और लोगो से जो बात करने के बाद पता चला की ऊपर वाले ने हमें और हामरे बच्चों को जो भी दिया है वो बहोत है मैं आप लोगो से भी कहता हु की उसमे ही खुस रहे
कल सुबह हम लोग उन बच्चों को वहा के लोकल में जो भी स्कूल है उसमे एडमिशन कराना है और पढाई के लिए जो भी बुक्स एण्ड कपड़ो की जरुरत है वो देंगे आज साम को फिर उसी जगह जाना है और उनके बच्चों को कुछ पल के लिऐ चेहरे पर ख़ुशी लाने की कोशिस करनी है मै कुछ फोटोग्राफ आप लोगो से बाट रहा हु और आप लोगो से गुजारिश है की आप लोग भी मेरे साथ द्वारिका माई चैरिटी संस्था में जुड़े और जितना हो सके हम उन जरुरत मंद लोगो की मदत कर सके
जरुरी बात: फ़ोटो को देख कर अगर आप कुछ ना सोच पाए तो कोई बात नहीं पर उनपर कोई बुरा विचार मन में भी मत लाना